भारतीय संस्कृति में फर्मेंटेड चावल fermented rice की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पारंपरिक महत्व के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। इसे विटामिन बी 12 की कमी में बेहद फायदेमंद फायदेमंद माना गया है. आइये सबसे पहले विटामिन बी 12 के बारे में जान लेते है.

Fermented Rice

विटामिन बी 12 जिसे कोबालामिन (Cobalamin) भी कहा जाता है एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होता है। यह विटामिन हमारे शरीर के नर्वसिस्टम के सही फंक्शन रक्तनिर्माण और डीएनए बनाने में मदद करता है। इसकी कमी विभिन्न समस्याओं का कारण बन सकती है जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। विटामिन बी 12 कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज़ में बदलने में मदद करता है, जिससे शरीर में एनर्जी मिलती है.

विटामिन बी 12 के स्रोत

विटामिन बी 12 के लिए मुख्य स्रोत खाद्य पदार्थ हैं जैसे मांस मछली अंडे दूध और दूध उत्पाद जैसे की दही और पनीर और अन्य कुछ व्यंजन। हालांकि इसकी कमी खाद्य पदार्थों की तरह शरीर द्वारा सीधे प्रभावित नहीं की जा सकती है क्योंकि यह विटामिन बी 12 का उत्पादन सिर्फ जीवाणुओं के द्वारा होता है जो हमारे शरीर में उपस्थित नहीं होते हैं। इसलिए विटामिन बी 12 की कमी का कारण हो सकता है जीवाणुशोधकों की कमी जिसे पेरनीशसीयोसर माना जाता है।

विटामिन बी 12 की कमी के कारण और संकेत

विटामिन बी 12 की कमी के कारण विभिन्न हो सकते हैं जैसे कि:

  1. प्रणाशी अरक्तता (Pernicious Anaemia): यह एक ऐसा रोग है जो बहुत ही कम लोगों को होता है। Intrinsic Factor, एक प्रकार की प्रोटीन है, जो विटामिन B12 के सही अवशोषण के लिए जरूरी है। इसकी कमी के कारण, आहार से विटामिन B12 का अवशोषण नहीं हो पाता है।
  2. जो लोग मुख्य रूप से शाकाहारी आहार अपनाते हैं और दुग्ध जन्य पदार्थों का सेवन कम करते हैं, उन्हें भी B12 की कमी हो सकती है।
  3. जिन लोगों को अम्लपित्त या अन्य पाचन संबंधित समस्याएँ हैं, वे भी B12 की कमी का शिकार हो सकते हैं।
  4. नियमित शारीरिक उपयोग: जब हम विटामिन बी 12 की आवश्यकता पूरी नहीं करते हैं तो कमी हो सकती है। यह उन लोगों में अधिक हो सकता है जो सदियों तक शाकाहारी भोजन करने वाले थे और जो अल्कोहलिक या नशीली दवाओं के सेवन करते हैं।
  5. पाचन समस्याएं: कुछ पाचन समस्याएं भी विटामिन बी 12 की सोख और कमी का कारण बन सकती हैं। इनमें पेट में एसिड की कमी अनुकंपा रोग बच्चेदानी का कैंसर और कुछ अन्य समस्याएं शामिल हैं।
  6. आयरन की कमी: जब शरीर में आयरन की कमी होती है तो विटामिन बी 12 का उचित अवशोषण नहीं हो पाता है जो कमी का कारण बनता है।

अगर किसी को विटामिन बी 12 की कमी है तो संकेतों में शामिल हो सकते हैं:

1. थकान और कमजोरी

2. सुस्ती

3. मनोवृद्धि

4. चक्कर

5. तिल-भ्रम

6. हाथ-पैरों में अनुचित एवं तारलता

7. अपच

8. कब्ज

9. दिल की धड़कन में बदलाव

10. न्यूरोलोजिकल संकेतों की बाधा (अंग्रेजी में “neuropathy” कहा जाता है)

विटामिन बी 12 की कमी का उपचार:

विटामिन B12 की कमी का पता लगाने के लिए विभिन्न परीक्षण होते हैं जैसे कि Serum विटामिन B12 Test, मिथाइलमलोनिक एसिड टेस्ट, Bone marrow biopsy, Antibody Test, और Schilling Test।

अगर आपको विटामिन B12 की कमी है तो आपको चाहिए कि आप अपने आहार में B12 युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ाएं। फर्मंटेड चावल एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो विटामिन B12 से भरपूर होता है। इसे नियमित रूप से खाने से विटामिन B12 की कमी को पूरा किया जा सकता है।

फर्मेंटेड चावल: स्वास्थ्य के अद्भुत लाभ

fermented rice में प्रीबायोटिक प्रॉपर्टीज़ होती हैं, जो आंत के संचार को सहायक है। यह शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती प्रदान करता है, त्वचा को निखारता है, और बालों को स्वस्थ बनाए रखता है। यह थकान और निर्जलीकरण से बचाव के रूप में भी कार्य करता है।

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फर्मेंटेड चावल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट पदार्थ जैसे फेनोलिक्स और विटामिन ई, शरीर के लिए महत्वपूर्ण हैं। इनसे आपकी आंतों की सहायक बैक्टीरिया शक्तिशाली होती हैं, जो पाचन में सुधार करते हैं और चोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करते हैं।

fermented rice : पोषण में वृद्धि

जब चावल को फर्मेंट किया जाता है, तो इसमें से कई पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम आसानी से उपलब्ध होते हैं। यह जानकार आश्चर्य है कि फर्मेंटेड चावल में आयरन की मात्रा सामान्य पके हुए चावल से 21 गुना अधिक होती है।

फर्मेंटेड चावल की तैयारी

फर्मेंटेड चावल को तैयार करना बहुत ही आसान है। पिछले दिन के पके हुए चावल को पानी में भिगोकर, अगले दिन उसमें छाछ या दही मिलाकर खाया जा सकता है। इसमें अनुसार विभिन्न टॉपिंग जैसे कसा हुआ गाजर, कटा हुआ ककड़ी और भुनी हुई मूंगफली जोड़ सकते हैं।

फर्मेंटेड चावल से अन्य व्यंजन

फर्मेंटेड चावल से विभिन्न प्रकार के व्यंजन भी तैयार किए जा सकते हैं जैसे इडली, डोसा और ढोकला। ये सभी व्यंजन स्वादिष्ट और पौष्टिक होते हैं।

अंत में, फर्मेंटेड चावल से जुड़े इन लाभों को देखते हुए, यह कहना गलत नहीं होगा कि इसे आपके दैनिक आहार में शामिल करना चाहिए। यह न केवल स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि इसका स्वाद भी गजब होता है।

किण्वित चावल कैसे बनाएं

विटामिन बी 12 की कमी का उपचार संभव है जब यह कमी कारणिक जैसे खाद्य पदार्थों के वैज्ञानिक रूप से आपके लिए बाधात्मक होने के कारण हो। इसके लिए चिकिसक की परामर्श जरूरी है ।

डॉक्टर आपकी स्थिति का मूल्यांकन करेंगे और आपको उपयुक्त उपचार की सलाह देंगे जो उनके अनुसार हो सकते हैं। विटामिन बी 12 शरीर के सही फंक्शन के लिए आवश्यक है और इसकी कमी कई सेहत समस्याओं का कारण बन सकती है। यदि आपको इसकी कमी के संकेत मिल रहे हैं तो आपको वैद्यकीय परामर्श लेना चाहिए और अपने आहार में इसे पूरा करने का प्रयास करना चाहिए।

यदि दर्दनाक स्तर तक कमी हो तो आपको उचित उपचार की आवश्यकता हो सकती है। परंतु सामान्यतः अपने शरीर को एक स्वस्थ और विवेकपूर्ण आहार द्वारा पोषित रखने से विटामिन बी 12 की कमी से बचा जा सकता है।

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